नासा का मंगल मिशन पहली बार 1000 किलो रजनी रोवर और Drone helicopter मंगल पर भेजा

(NASA) नासा का मंगल मिशन: दोस्तों आप तो जानते हैं पूरी दुनिया और दुनिया की बड़ी बड़ी स्पेस एजेंसी मंगल पर जाने की और मंगल गृह पर जीवन को खोजने की होड़ लगी हुई है ऐसे में इस साल का तीसरा मंगल मिशन कल नासा ने लांच किया यह मंगल मिशन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मंगल मिशन में एक कार की साइज का रोवर और साथ ही एक छोटा 2 किलो वजनी (Drone helicopter) हेलीकॉप्टर भी मंगल पर भेजा गया जहां पर यह रोवर वहां के वातावरण और मंगल ग्रह के मौसम का पता लगाऐगा! Drone helicopter aur over कितना वजनी है: यह रोवर 1000 किलोग्राम का वजन है और साथ ही ड्रोन हेलीकॉप्टर का वजन 2 किलोग्राम का है और इस रोवर पर 23 कैमरे और एक ड्रिल मशीन लगी है पहली बार नासा ने किसी रोवर में परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल किया है यह रोवर प्लूटोनियम खुर्जा से चलेगा इसी वजह से यह लगभग 10 सालों तक मंगल ग्रह पर काम कर सकेगा और इसको जरूरी ऊर्जा मिलती रहेंगी! मंगल गृह तक पहुंचने में कितना समय लगेगा: नासा के इस महत्वपूर्ण मिशन को मंगल तक पहुंचने में 7 महीने का समय लगेगा नासा का यह मिशन फरवरी 2021 में पहुंचेगा और मंगल ग्रह पर रोवर और ड्रोन हेलीकॉप्ट